आधा कटा हुआ शव है बिना पंखों का आधी हथेली में समा जाये उतना
2.
उसी समय एक विद्यार्थी ने खड़े होकर प्रश्न किया-' श्रीमान आप आदमी की परिभाषा कैसे करेंगे? ' प्लेटो ने कुछ क्षण सोचा, फिर उत्तर दिया-' आदमी बिना पंखों का दो पैरों वाला जानवर है।
3.
या कहूं ऐसा लगा कि कविता खुद ही कहती है कि यहाँ ठहरो-मैं अपने ढंग से क्रूर हूँ और कोमल / आधा कटा शव है बिना पंखों का आधी खाली हथेली में समा जाये उतना /-“ चींटियाँ नहीं हैं ”-!!!...